GKAffair_24/09/2015

1) किस राज्य ने 22 सितम्बर 2015 को देश में अपनी तरह का पहला आरक्षण प्रावधान किया है जिसके तहत आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (economically backward classes – EBCs) के लिए शिक्षा तथा नौकरी में 14% आरक्षण की व्यवस्था की गई है? – राजस्थान

विस्तार: राजस्थान की विधानसभा ने 22 सितम्बर 2015 को आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (EBCs) को 14% आरक्षण प्रदान करने के लिए एक विधेयक को पारित किया। यह देश में अपनी तरह का पहला प्रावधान है जिसमें आरक्षण बजाय जातिगत कारणों के आर्थिक आधार पर प्रदान किया गया है। इसके चलते सवर्ण जातियों (forward caste) के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को भी आरक्षण का लाभ मिल सकेगा। वहीं राज्य विधानसभा ने गुर्जरों (Gujjars) तथा कुछ अन्य समुदायों के लिए 5% आरक्षण की व्यवस्था करने वाला एक और पृथक विधेयक भी पारित कर दिया। खास बात है कि इन दोनों विधेयकों को पारित किए जाने के चलते राजस्थान में कुल आरक्षण सीमा 68% तक पहुँच गई है जोकि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित 50% की अधिकतम सीमा से काफी अधिक है। इसलिए इन विधेयकों की वैधानिक मान्यता को लेकर अटकले भी लगी हैं। वहीं राज्य सरकार ने कहा है कि वह संसद से आग्रह करेगी कि राजस्थान के इस आरक्षण के मद्देनजर उसे भी संविधान की नौंवी अनुसूची (Ninth Schedule) में स्थान दिया जाय ताकि ऐसा करने में कोई न्यायिक अड़चन न आए। उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में भी आरक्षण की सीमा 50% को पार कर चुकी है लेकिन उसे नौंवी अनुसूची में शामिल किए जाने के चलते अधिक आरक्षण की यह सीमा मान्य है।


PACL-SEBI-2015

2) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने 22 सितम्बर 2015 को अवैध रूप से जनता से पैसा इकट्ठा करने के आरोप में किस कम्पनी पर 7,269.5 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा दिया क्योंकि, जोकि SEBI द्वारा लगाया लगा अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है? – पीएसीएल (PACL)

विस्तार: 22 सितम्बर 2015 को दिए अपने आदेश में SEBI ने कहा कि PACL ने अवैध तरीके से भारी मात्रा में धन जनता से एकत्र कर एक साल से भी कम अवधि में 2,423 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया। उसने कहा कि भारी अर्थदण्ड लगाए जाने का इससे बेहतर मामला नहीं हो सकता है तथा उसने PACL तथा उसके चार निदेशकों पर 7,269.5 करोड़ का भारी-भरकम जुर्माना लगा दिया। यह SEBI के इतिहास में किसी एक संस्था पर लगाया गया अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है। इससे पहले पिछले साल (2014 में) SEBI ने PACL को निर्देश दिया था कि वह जनता से एकत्रित 49,100 करोड़ की राशि वापस कर दे जो उसने 15 वर्ष की समयावधि के दौरान जनता से अवैध योजनाओं के माध्यम से एकत्र की थी। इस सम्बन्ध में SEBI की जाँच में यह तथ्य सामने आया था कि PACL तथा उसके चार निदेशक – तरलोचन सिंह, सुखदेव सिंह, गुरमीत सिंह और सुब्रत भट्टाचार्य ने कृषि भूमि को खरीदने तथा विकसित करने जैसी तमाम अवैध योजनाओं के नाम पर जनता से भारी मात्रा में धन एकत्र किया था। यह कम्पनी जमीन खरीदने की योजना चलाती थी जिसके लिए लोगों से धन जमा किया जाता था। 15 वर्ष के दौरान कम्पनी ने लगभग 5.85 करोड़ लोगों से 49,100 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त की थी। लोगों को यह झासा दिया गया था कि कम्पनी में धन जमा करने पर अप्रत्याशित लाभ मिलेगा। यह देश में अवैध रूप से धन जमा करने का तथा इतने अधिक लोगों को जोड़ने का अब तक का सबसे बड़ा मामला है। लोगों से जमा धन को बजाए निवेश करने के सिर्फ कुछ निवेशकों को वापसी करने में यह कम्पनी लिप्त थी।


FSSAI-CEO

3) भारत में खाद्य संरक्षा (food safety) की शीर्ष नियामक संस्था एफएसएसएआई (FSSAI) में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के पद पर आसीन उस अधिकारी का क्या नाम है जिसकी बहुराष्ट्रीय कम्पनी नेस्ले (Nestle) के नूडल ब्राण्ड मैगी (Maggi) पर प्रतिबन्ध लगाने में प्रमुख भूमिका थी तथा जिसे 22 सितम्बर 2015 को नीति आयोग (NITI Aayog) में स्थानांतरित कर दिया गया गया? – युद्धवीर सिंह मलिक

विस्तार:  युद्धवीर सिंह मलिक (Yudhvir Singh Malik), 1983-बैच के हरियाणा काडर के IAS अधिकारी हैं। सितम्बर 2014 के दौरान ही उनकी नियुक्ति स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India – FSSAI) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के तौर पर की गई थी। उनके कार्यकाल के दौरान ही दिग्गज बहुराष्ट्रीय कम्पनी नेस्ले (Nestle) के नूडल उत्पाद मैगी (Maggi) के नमूनों की वृहद-स्तरीय जाँच कर यह खुलासा किया गया था इसमें मोनोसोडियम ग्लूटामेट (Monosodium Glutamate – MSG) तथा सीसे (lead) की मात्रा अधिकतम मान्य मात्रा से अधिक है। FSSAI ने 5 जून 2015 को मैगी नूडल पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया था, जिसकी गूँज पूरी दुनिया में सुनी गई थी। हालांकि नेस्ले ने दावा किया था कि उसने FSSAI के सभी नियमों का पालन किया है। 22 सितम्बर को युद्धवीर सिंह का स्थानांरतण नीति आयोग में नए सृजित किए गए अतिरिक्त सचिव (Additional Secretary) के पद पर कर दिया गया।


Robert-Lewandowski-2015

4) जर्मन फुटबॉल लीग में खेल रहा वह खिलाड़ी कौन है जिसने 22 सितम्बर 2015 को अपनी टीम बायर्न म्यूनिख (Bayern Munich) की तरफ से खेलते हुए मात्र नौ मिनट में पाँच गोल करने का अविश्वसनीय रिकॉर्ड बनाया? – रॉबर्ट लेवानडोवस्की (Robert Lewandowski)

विस्तार: पोलैण्ड के 27-वर्षीय रॉबर्ट लेवानडोवस्की (Robert Lewandowski) उस समय चर्चा में आ गए जब उन्होंने जर्मन फुटबॉल लीग (बुण्डेस्लीगा – Bundesliga) में वॉल्फ्स्बर्ग (Wolfsburg) के खिलाफ खेलते हुए अपनी टीम बायर्न म्यूनिख (Bayern Munich) के लिए नौ मिनट में पाँच गोल कर दिए। उल्लेखनीय है कि वे एक स्थानापन्न (substitue) खिलाड़ी के तौर पर आए थे और उस समय उनकी टीम 0-1 से पिछड़ रही थी। लेकिन उनके धुआँधार खेल की बदौलत कुछ ही देर में मैच का रुख एकदम बदल गया और उनकी टीम ने 5-1 से मैच जीत लिया। नौ मिनट में हुए पाँच गोल में एक हैट्रिक भी शामिल है जिसे लेवानडोवस्की ने मात्र 3 मिनट और 19 सेकेण्ड में अंजाम दे दिया। बुण्डेस्लीगा के इतिहास में यह पहला मौका था जब बेंच में बैठे किसी खिलाड़ी ने आकर पाँच गोल किए हों।


Rugby-World-Cup-2015

5) 18 सितम्बर से 31 अक्टूबर 2015 के बीच आयोजित किए जा रहे आठवें रग्बी विश्व कप (8th Rugby World Cup) का आयोजन किस देश में किया जा रहा है? – इंग्लैण्ड (England)

विस्तार: इंग्लैण्ड को रग्बी विश्व कप के आयोजन करने का अधिकार जुलाई 2009 में प्रदान किया गया था जब उसने मेजबानी हासिल करने की होड़ में इटली, जापान और दक्षिण अफ्रीका को पराजित किया था। यह विश्व कप 18 सितम्बर को शुरू हुआ था तथा 31 अक्टूबर को फाइनल मैच के साथ इसका समापन होगा। रग्बी विश्व कप के मैचों का आयोजन इंग्लैण्ड के 13 स्थानों पर किया जा रहा है। इसमें विश्व भर के कुल 20 देश भाग ले रहे हैं, जो हैं – इंग्लैण्ड, स्कॉटलैण्ड, वेल्स, आयरलैण्ड, इटली, रोमानिया, जॉर्जिया, फ्रांस, जापान. दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, अर्जेन्टीना, कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, उरुग्वे, ऑस्ट्रेलिया, फिजी, न्यूज़ीलैण्ड, सामोआ और टोंगा। रग्बी विश्व कप का फाइनल मैच लंदन स्थित ट्विकेनहेम स्टेडियम (Twickenham Stadium) में 31 अक्टूबर 2015 को खेला जायेगा।


Instagram-2015

6) 23 सितम्बर 2015 को जारी आंकड़े के अनुसार कौन सी फोटो-शेयरिंग वेबसाइट प्रयोगकर्ताओं की संख्या के मामले में प्रसिद्ध माइक्रो-ब्लागिंग साइट ट्विटर (Twitter) को पछाड़ने में सफल हुई है? – इंस्टाग्राम (Instagram)

विस्तार: फेसबुक (Facebook) के नियंत्रण वाली इंस्टाग्राम (Instagram) ने पिछले नौ माह के दौरान अपने प्रयोगकर्ताओं की संख्या में 100 मिलियन (10 करोड़) की वृद्धि कर ट्विटर को पीछे छोड़ दिया है। ट्विटर (Twitter) के वर्तमान में 31.6 करोड़ प्रयोगकर्ता हैं जबकि इंस्टाग्राम के वैश्विक प्रयोगकर्ताओं की संख्या 40 करोड़ की संख्या पार कर चुकी है। खास बात यह है कि अब इंस्टाग्राम के 75% से अधिक प्रयोगकर्ता अमेरिका के बाहर हैं। जून 2015 तक जहाँ इंस्टाग्राम पर प्रयोगकर्ता प्रतिदिन 7 करोड़ फोटो शेयर करते थे वहीं अब यह संख्या बढ़कर 8 करोड़ हो गई है।

GKAffair_13/09/2015

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1) मध्य प्रदेश के झाबुआ (Jhabua) जिले के उस नगर का क्या नाम है जहाँ 12 सितम्बर 2015 को जिलेटिन छड़ों तथा डिटोनेटर उपकरणों में हुए जोरदार धमाके के चलते एक बहुत बड़ा हादसा हो गया जिसमें 90 से अधिक लोगों की मौत हो गई तथा तमाम अन्य घायल हो गए? – पेतलावड (Petlawad)

विस्तार: पेतलावड (Petlawad) मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के तहत आने वाला एक छोटा नगर है जिसकी आबादी 15 हजार से कुछ अधिक है। यह नगर 12 सितम्बर को उस समय चर्चा में आ गया जब सुबह लगभग 8:30 बजे यहाँ हुए एक जोरदार धमाके में से काफी बड़े इलाके में भारी क्षति हुई और 90 से अधिक लोगों की मौत हो गई। पुलिस पहले यह मान कर चल रही थी कि यह विस्फोट यहाँ के एक रेस्टोरेंट में रखे हुए एलपीजी सिलेण्डर में हुआ लेकिन बाद में यह पुष्टि हो गई कि यह विस्फोट राजेन्द्र कुमार कसवा नामक एक व्यक्ति के घर में हुआ है जिसके घर में विस्फोट करने में प्रयुक्त होने वाली जिलेटिन की छड़े और डिटोनेटर्स रखे हुए थे। इस बात का भी पता चला है कि कसवा को खनन में विस्फोट करने के लिए जिलेटिन छड़ें और डिटोनेटर्स रखने का लाइसेंस था।


Jeremy-Corbyn-Britain-2015

2) ब्रिटिश राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत 12 सितम्बर 2015 को किसे देश की सर्वप्रमुख विपक्षी पार्टी – लेबर पार्टी (Labour Party) का नया नेता चुना गया? – जेरेमी कोर्बिन (Jeremy Corbyn)

विस्तार: जेरेमी कोर्बिन (Jeremy Corbyn) एक कट्टर समाजवादी नेता तथा कार्ल मार्क्स की नीतियों के बड़े समर्थक के तौर पर जाने जाते हैं। उन्होंने लेबर पार्टी के नेता के लिए हुए चुनावों में दो भूतपूर्व मंत्रियों – वेट कूपर (Yvette Cooper) और एण्डी बर्नहैम (Andy Burnham) तथा लिज़ केण्डल (Liz Kendall) को पराजित किया। माना जा रहा है कि उनके लेबर पार्टी नेता बनने से यूरोपीय संघ (European Union) से ब्रिटेन के प्रस्तावित निष्कासन के विचार को और बल मिलेगा। उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश संसद के वरिष्ठ नेता कोर्बिन को इस चुनाव में जीत हासिल करने में अपने आश्वासनों का बड़ा लाभ मिला जिसमें उन्होंने कहा था कि वे सरकारी निवेश को बढ़ाने के लिए मुद्रा की छपाई का सहारा लेंगे और अर्थव्यवस्था में सरकारी हिस्सेदारी को बढ़ायेंगे।


DUSU-Elections-2015

3) 12 सितम्बर 2015 को घोषित दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (Delhi University Students’ Union – DUSU) चुनाव के परिणामों में भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चारों पदों – अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पर अपना कब्जा बरकरार रखा। उसने कांग्रेस की छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) को पराजित किया। इन चुनावों में बड़े जोर शोर से उतरने वाली वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की नवगठित छात्र इकाई का क्या नाम है जो बेहद खराब प्रदर्शन करते हुए तीसरे स्थान पर रही? – छात्र युवा संघर्ष समिति (CYSS)

विस्तार: उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई छात्र युवा संघर्ष समिति (CYSS) के पक्ष में स्वयं दिल्ली के मुख्यमंत्री लामबंद हुए थे तथा उन्होंने इसकी बड़ी जीत के दावे किए थे। लेकिन इसका प्रदर्शन आशा के अनुरूप नहीं रहा तथा उसे दो पदों के लिए चौथे स्थान तक से संतोष करना पड़ा। इन चुनावों में ABVP के सतेन्दर अवाना (Satender Awana) ने अध्यक्ष (President) पद का प्रतिष्ठित पद प्राप्त किया जबकि सन्नी डेढा (Sunny Dedha) ने उपाध्यक्ष (Vice President), अंजलि राणा (Anjali Rana) ने सचिव (Secretary) तथा छत्रपाल यादव (Chhattarpal Yadav) ने संयुक्त सचिव (Joint Secretary) का पद प्राप्त किया। पिछले साल भी ABVP ने इन चारों पदों पर अपना कब्जा किया था। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के चुनावों को देश की राजनीति में प्रवेश का अहम रास्ता माना जाता है इसलिए इसमें जीत की काफी प्रतिष्ठा जुड़ी हुई होती है।


Singapore-Elections-2015

4) सिंगापुर (Singapore) में 11 सितंबर 2015 को आयोजित हुए आम चुनाव में प्रधानमंत्री ली सिएन लुंग (Lee Hsien Loong) ने शानदार सफलता दर्ज करते हुए सत्ता पर अपना कब्जा बरकरार रखा। इसके चलते सत्ताधारी पार्टी लगातार 12वीं बार सत्ता अपने पास रखने में सफल हुई। सिंगापुर की इस सत्ताधारी पार्टी का नाम क्या है जिसने 50 वर्ष पूर्व स्वतंत्रता मिलने से लेकर अब तक देश की सत्ता पर अपना कब्जा बरकरार रखा है? – पीपुल्स एक्शन पार्टी (People’s Action Party – PAP)

विस्तार: इस आम चुनाव में प्रधानमंत्री ली सिएन लुंग के नेतृत्व वाली पीपुल्स एक्शन पार्टी (PAP) ने संसद की कुल 89 सीटों में से 83 सीटें जीतकर शानदार तरीके से सत्ता अपने पास बरकरार रखी। वहीं इसकी मुख्य विपक्षी पार्टी – वर्कर्स पार्टी (Worker’s Party) को मात्र 6 सीटों से संतोष करना पड़ा जबकि पिछली बार उसके पास कुल सात सीटें थीं। इस चुनाव में कई अन्य छोटी पार्टियों ने भी अपना भाग्य आजमाया था लेकिन उनका खाता भी नहीं खुला। इन चुनाव में पीपुल्स एक्शन पार्टी का मत प्रतिशत लगभग 10% प्रतिशत अंक बढ़कर 69.86% हो गया। इस नतीजे ने सिंगापुर में दो पार्टी व्यवस्था स्थापित होने की संभावनाओं को एक बार फिर झटका दिया। उल्लेखनीय है कि यह चुनाव आधुनिक सिंगापुर के निर्माता और प्रधानमंत्री ली सिएन लुंग के पिता ली कुआन यू (Lee Kuan Yew) की मृत्यु के बाद देश में हुआ पहला चुनाव था।


Flavia-Pennetta-US-Open-2015

5) इटली की फ्लेविया पेनेटा (Flavia Pennetta) द्वारा ने 12 सितम्बर 2015 को यू.एस. ओपन 2015 (US Open 2015) का महिला एकल खिताब (Women’s single title) जीत लिया। इस फाइनल मैच की एक बड़ी विशेषता क्या रही? – यह टेनिस ग्राण्ड स्लैम के ओपन दौर के इतिहास में पहला मौका था जब कोई महिला एकल फाइनल इटली की दो प्रतिद्वन्दियों के बीच खेला गया हो

विस्तार: इस फाइनल में दूसरी फाइनलिस्ट इटली की ही रॉबर्टा विन्ची (Roberta Vinci) थी जिन्होंने सेमीफाइनल में एक बड़ा उलट-फेर करते हुए अमेरिका की विश्व न. 1 महिला खिलाड़ी सेरेना विलियम्स (Serena Williams) को पराजित किया था। इस फाइनल में लेकिन विन्ची को अपने ही देश की फ्लेविया पेनेटा ने से 7-6 (7-4), 6-2 पराजित कर अपने करियर का पहला ग्राण्ड स्लैम खिताब जीत लिया। इसके साथ ही 33-वर्षीया पेनेटा ओपन दौर में महिला एकल खिताब जीतने वालीं सबसे अधिक आयु की खिलाड़ी बन गईं। उल्लेखनीय है कि अपना पहला ग्राण्ड स्लैम खिताब जीतने के लिए पेनेटा ने 49 ग्रैण्ड स्लैम टूर्नामेण्टों में भाग लिया जोकि एक नया कीर्तिमान है। इससे पहले वर्ष 2013 का विम्बलडन खिताब जीतने वाली फ्रांस की मेरियन बार्टोली (Marion Bartoli) ने 47 ग्रैण्ड स्लैम टूर्नामेण्टों में भाग लेने के बाद अपने जीवन का पहला ग्रैण्ड स्लैम खिताब जीता था। हालांकि इस खिताब को जीतकर फ्लेविया पेनेटा ने अंतर्राष्ट्रीय टेनिस से सन्यास लेने की घोषणा भी कर दी। इस फाइनल को देखने वालों में इटली के प्रधानमंत्री माटियो रेंजी (Matteo Renzi) भी दर्शकों में शामिल थे।


6) लिएण्डर पेस (Leander Paes) और मार्टिना हिंगिस (Martina Hingis) की जोड़ी ने 11 सितम्बर 2015 को यू.एस. ओपन 2015 का मिश्रित युगल (mixed doubles) खिताब जीत लिया। इस जीत के साथ इस जोड़ी ने इस साल कुल कितने टेनिस ग्राण्ड स्लैम खिताब जीते हैं? – तीन

विस्तार: उल्लेखनीय है कि साल के अंतिम टेनिस ग्राण्ड स्लैम टूर्नामेण्ट यू.एस. ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीतकर भारत के लिएण्डर पेस और स्विटज़रलैण्ड की मार्टिना हिंगिस की जोड़ी ने साल में अपना तीसरा मिश्रित युगल खिताब जीत लिया है। उन्होंने फाइनल में अमेरिका के सैम क्वेरी (Sam Querrey) और बेथेनी माटेक-सेंड्स (Bethanie Mattek-Sands) की जोड़ी को 6-4, 3-6, 10-7 से पराजित कर अपने लिए एक और उपलब्धि हासिल की। वे टेनिस ग्राण्ड स्लैम के ओपन दौर में एक ही वर्ष में तीन मिश्रित युगल खिताब जीतने वाली दूसरी जोड़ी बन गई। इससे पहले यह कारनामा 46 वर्ष पूर्व मार्टी रीसेन (Marty Riessen) और मार्गरेट कोर्ट (Margaret Court) ने किया था। पेस और हिंगिस की जोड़ी ने इससे पहले इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन और विम्बलडन का मिश्रित युगल खिताब भी जीता था। वहीं लिएण्डर पेस के शानदार करियर में अब मिश्रित युगल खिताबों की संख्या नौ हो गई है और वे भारत के ही महेश भूपति (Mahesh Bhupathi) को पीछे छोड़कर मिश्रित ओपन दौर के सबसे सफल खिलाड़ी बन गए हैं।


Floyd-Mayweather-2015

7) प्रोफेशनल वॉल्टरवेट वर्ग के विश्व चैम्पियन मुक्केबाज फ्लॉयड मेवेदर जूनियर (Floyd Mayweather, Jr.) ने अपने शानदार करियर की समाप्ति 12 सितम्बर 2015 को अपनी अंतिम जीत से की जब इस दिन हुए मुकाबले में उन्होंने आन्द्रे बेर्टो (Andre Berto) को हराकर अपने करियर की 49वीं तथा अंतिम जीत दर्ज की। इस जीत के साथ उनके करियर का रिकॉर्ड रहा – 49 मुकाबले, 49 जीत और 0 हार। इस प्रकार उन्होंने किस महान मुक्केबाज के 49-0 रिकॉर्ड की बराबरी कर ली? – रॉकी मार्सियानो (Rocky Marciano)

विस्तार: रॉकी मार्सियानो (Rocky Marciano) को अपने जमाने के महानतम प्रोफेशनल मुक्केबाजों में से एक माना जाता है जिसने अपने करियर के सभी 49 मुकाबले जीते थे तथा इसमें से 43 जीतें नॉक-आउट जीतें थीं। 12 सितम्बर को अपने करियर के अंतिम मुकाबले में अमेरिका के चैम्पियन मुक्केबाज फ्लॉयड मेवेदर जूनियर ने इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली जब उन्होंने अपने ही देश के आन्द्रे बेर्टो को अंकों से पराजित किया। उल्लेखनीय है कि मेवेदर ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि यह मुकाबला उनके जीवन का अंतिम मुकाबला होगा।

GKAffair_12/09/2015

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1) संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) ने 10 सितम्बर 2015 को उस प्रस्ताव को भारी बहुमत से पारित कर दिया जिसमें एक ऐसे देश के ध्वज (flag) को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय (UN Headquarters) में फहराने का अधिकार दिया गया है जो आधिकारिक तौर पर इस संगठन का सदस्य नहीं है। यह देश कौन सा है? – फलस्तीन (Palestine)

विस्तार: 10 सितम्बर 2015 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने फलस्तीन (Palestine) द्वारा तैयार उस प्रस्ताव को भारी बहुमत से अपनी मंजूरी प्रदान कर दी जिसके द्वारा फलस्तीन के ध्वज को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में फहराए जाने का अधिकार प्रदान कर दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र के कुल 193 में से 119 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया जबकि अमेरिका और इज़राइल समेत कुल आठ देशों ने इसका विरोध किया। फलस्तीन ने इस प्रस्ताव को पारित किए जाने को खुद को संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता मिलने की दिशा में एक मजबूत कदम बताया जबकि उसके धुर विरोधी इज़राइल (Israel) ने इस घटनाक्रम पर अपनी तीखी निराशा व्यक्त की। वहीं 28-सदस्यीय यूरोपीय संघ (European Union) के अधिकांश देश 45 उन देशों के खेमे में शामिल थे जिन्होंने इस प्रस्ताव के लिए हुए मतदान का बहिष्कार किया। हालांकि फ्रांस (France) ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने फलस्तीन के संप्रभु राष्ट्र को अपनी अस्थायी मान्यता प्रदान कर दी थी जबकि फलस्तीन द्वारा संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता दिए जाने के प्रयासों को अभी सफलता नहीं मिली है।


Hindi-Conference-2015

2) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन (10th World Hindi Conference) का उद्घाटन 10 सितम्बर 2015 को किया। यह आयोजन किस शहर में किया जा रहा है? – भोपाल (Bhopal)

विस्तार: तीन दिवसीय विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन 10 से 12 सितम्बर 2015 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में किया जा रहा है। इस बार के सम्मेलन का मुख्य मुद्दा हिंदी भाषा के वैश्विक विस्तार की संभावनाओं को खोजना तथा इसपर चिंतन करना है। भोपाल में हो रहे इस आयोजन की दो बड़ी विशेषताएं हैं। एक तो इस सम्मेलन के आयोजन से यह प्रतिष्ठित आयोजन 32 वर्षों के बाद भारत में अपनी वापसी कर रहा है। दूसरा इस सम्मेलन का आयोजन पहली बार मध्य प्रदेश की भूमि पर किया जा रहा है। विश्व हिंदी सम्मेलन के पहले संस्करण का आयोजन वर्ष 1975 में नागपुर (Nagpur) में किया गया था तथा इसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने किया था। इसके बाद भारत में इस सम्मेलन का अंतिम बार आयोजन वर्ष 1983 में नई दिल्ली में किया गया था जो इसका तीसरा संस्करण था। वहीं इसका नौंवां संस्करण वर्ष 2012 में दक्षिण अफ्रीका के जोहानसबर्ग (Johannesburg) शहर में किया गया था।


Law-Commission-2015

3) केन्द्रीय कैबिनेट ने 9 सितम्बर 2015 को एक नए विधि आयोग (Law Commission) के गठन को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी। यह विधि आयोग का कौन सा संस्करण (edition) होगा? – 21वाँ

विस्तार: विधि आयोग एक गैर-वैधानिक संस्था (non-statutory body) होती है जिसका गठन केन्द्र सरकार करती है। इस आयोग का मुख्य उद्देश्य देश के वर्तमान कानूनों की प्रासंगिकता तथा प्रभाव का अध्ययन कर इस सम्बन्ध में सरकार को अपनी सिफारिशें देना होता है। विधि आयोग का गठन पहली बार वर्ष 1955 में किया गया था तथा तबसे इसका गठन तीन साल के अंतराल पर किया जाता है। 20वें विधि आयोग की अध्यक्षता न्यायमूर्ति ए.पी. शाह (Justice A.P. Shah) ने की थी तथा इसका कार्यकाल 31 अगस्त 2015 को हो गया था। अब केन्द्र सरकार ने 21वें विधि आयोग (21st Law Commission) के गठन को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है तथा यह 1 सितम्बर 2015 से प्रभाव में आ गया है। इसका एक अध्यक्ष (Chairman) तथा चार पूर्ण-कालिक सदस्य होंगे।


4) सितम्बर 2015 के दौरान नीति आयोग (NITI Aayog) में किसे नए पूर्ण-कालिक सदस्य (new full-time member) के रूप में शामिल किया गया? – प्रो. रमेश चंद

विस्तार: प्रो. रमेश चंद (Prof. Ramesh Chand) को नीति आयोग में शामिल किए जाने से इस आयोग में अब कुल तीन पूर्ण-कालिक सदस्य हो गए हैं। इससे पूर्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय (Bibek Debroy) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के पूर्व प्रमुख वी.के. सारस्वत (V.K. Saraswat) इस आयोग में पूर्ण-कालिक सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं। प्रो. चंद अभी तक दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कृषि अर्थशास्त्र एवं नीति अनुसंधान संस्थान (National Institute of Agricultural Economics and Policy Research) के निदेशक (Director) के रूप में कार्य कर रहे थे। इसके अलावा वे नीति आयोग में कृषि विकास पर गठित कार्यबल (task force on Agriculture Development) के सदस्य के रूप में भी कार्य कर रहे थे। प्रख्यात अर्थशास्त्री अरविन्द पनगढ़िया की अध्यक्षता में गठित नीति आयोग ने योजना आयोग का स्थान लिया था।


5) लेबनानी सूत्रों (Lebanese sources) द्वारा किए गए खुलासे के अनुसार सीरिया (Syria) में चल रहे युद्ध में अपनी छोटी सी टुकड़ी को भेज कर कौन सा प्रमुख देश इस युद्ध का हिस्सा बन गया है, जहाँ वह सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद (President Bashar al-Assad) की फौज का समर्थन कर रहा है? – रूस (Russia)

विस्तार: लेबनानी सूत्रों ने 9 सितम्बर 2015 को यह खुलासा किया कि सीरिया में चल रहे बहुपक्षीय युद्ध में हाल ही में रूस ने अपनी टुकड़ी को उतार दिया है। यह टुकड़ी राष्ट्रपति अल-असद की सरकारी फौजों का समर्थन कर रही हैं। लेबनानी सूत्रों के इस खुलासे की अमेरिका ने भी पुष्टि की है तथा इसके दो अधिकारियों ने कहा कि रूस ने अपने दो टैंक लेण्डिंग जहाज तथा कुछ अतिरिक्त जहाज सीरिया में भेजे हैं। हालांकि यह पुष्टि भी हुई है कि रूस सीधे युद्ध का हिस्सा बनने के बजाय फिलहाल सिर्फ लॉजिस्टिकल मदद के लिए मैदान में उतरा है तथा उसकी भूमिका बहुत छोटी ही है। लेकिन रूस उस समय सीरिया में उतरा है जब पिछले चार साल से सीरिया में चल रहे इस भयंकर युद्ध में राष्ट्रपति अल-असद की फौजों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है तथा अब तक युद्ध में मरने वालों की संख्या ढाई लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है। माना जा रहा है कि इस युद्ध की चपेट में सीरिया की आधी जनसंख्या अपना घर-बार छोड़ चुकी है। उल्लेखनीय है कि रूस सीरियाई राष्ट्रपति का एक प्रमुख सहयोगी रहा है।


Chandigarh-Airport-2015

6) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने 11 सितम्बर 2015 को चण्डीगढ़ हवाई अड्डे (Chandigarh Airport) के नए भव्य टर्मिनल का उद्घाटन किया। चण्डीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (CHIAL) के द्वारा संचालित तथा प्रबन्धित हवाई अड्डे का यह नया टर्मिनल घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय दोनों प्रकार के यात्रियों के हैण्डल करेगा। इस हवाई अड्डे में केन्द्र सरकार के अलावा किन दो राज्यों की हिस्सेदारी है? – पंजाब और हरियाणा

विस्तार: चण्डीगढ़ हवाई अड्डे का यह नया टर्मिनल 939 करोड़ रुपए की उस महात्वाकांक्षी परियोजना का हिस्सा है जिसके तहत पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के आर्थिक तथा औद्यौगिक विकास का खाका तय किया गया है। हवाई अड्डा का यह नया टर्मिनल चण्डीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (CHIAL) के द्वारा संचालित तथा प्रबन्धित किया जायेगा जिसमें भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airports Authority of India – AAI) के अलावा पंजाब और हरियाणा की राज्य सरकारों की भी हिस्सेदारी है। इसमें भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की 51% हिस्सेदारी है जबकि पंजाब और हरियाणा की प्रत्येक 24.5% हिस्सेदारी है। पंजाब के मोहाली में 53,000 वर्ग मी. क्षेत्र में फैले इस टर्मिनल को ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा पर निर्मित किया गया है तथा यह व्यस्त समय में एक साथ 450 अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के साथ कुल 1600 यात्रियों को हैण्डल कर सकता है। उल्लेखनीय है कि इस टर्मिनल के निर्माण के लिए पंजाब सरकार ने वर्ष 2008 में मोहाली (Mohali) के झियोरहेरी (Jheorheri) गाँव में 305 एकड़ भूमि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को प्रदान की थी।


7) भारतीय टेस्ट क्रिकेट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने हाल ही में इण्डियन प्रीमियर टेनिस लीग (IPTL) की किस फ्रैंचाइज़ी टीम की हिस्सेदारी खरीद कर इसके सह-मालिक बन गए हैं? – यूएई रॉयल्स (UAE Royals)

विस्तार: यूएई रॉयल्स (UAE Royals) IPTL की पाँच फ्रैंचाइज़ी टीमों में से एक है। IPTL पूर्व भारतीय टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति द्वारा प्रमोट एक अंतर्राष्ट्रीय टेनिस लीग है जिसमें तमाम दिग्गज टेनिस खिलाड़ी अपनी प्रतिभागिता करते हैं। यूएई रॉयल्स की कप्तानी स्विटज़रलैण्ड के मशहूर खिलाड़ी रोजर फेडरर (Roger Federer) के पास है। IPTL का यूएई चरण 14 से 16 दिसम्बर 2015 के बीच दुबई के दुबई ड्यूटी फ्री स्टेडियम में खेला जायेगा। उल्लेखनीय है कि अन्य फ्रैंचाइज़ी टीमें हैं – इण्डियन एसेज़ (Indian Aces), जापान वॉरियर्स (Japan Warriors), फिलिपीन मेवरिक्स (Philippine Mavericks) और सिंगापुर स्लैमर्स (Singapore Slammers)।